Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025:- भारत में ग्रामीण आजीविका के लिए कृषि और पशुपालन के साथ-साथ मत्स्य पालन (Fisheries) भी एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनकर उभरा है। बिहार सरकार ने ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से “बिहार मत्स्यकी विकास योजना 2025” शुरू की है। इस योजना का प्रमुख भाग है “मुख्यमंत्री तालाब मत्स्यकी विकास योजना”, जो विशेष रूप से मत्स्य पालन को प्रोत्साहित करने, रोजगार सृजन और जल संसाधनों के उचित उपयोग पर केंद्रित है।
Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025 क्या है?
बिहार मत्स्यकी विकास योजना (Bihar Matsyaki Vikas Yojana) राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में मत्स्य पालन को आधुनिक तकनीकों द्वारा बढ़ावा देना, बेरोजगारी को कम करना और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत नये तालाबों का निर्माण, पुराने तालाबों का नवीनीकरण, मत्स्य बीज की आपूर्ति, प्रशिक्षण एवं सब्सिडी प्रदान की जाती है।
Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025 का उद्देश्य
बिहार मत्स्यकी विकास योजना 2025 का उद्देश्य राज्य में मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देना, ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाना और जल संसाधनों का वैज्ञानिक तरीके से उपयोग सुनिश्चित करना है। इस योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोगों को मछली पालन जैसी लाभकारी कृषि सहायक गतिविधियों से जोड़ा जाए ताकि उनकी आय में वृद्धि हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें। खासकर उन किसानों, बेरोजगार युवाओं, महिलाओं तथा सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों (जैसे SC, ST, EBC) को प्राथमिकता दी जाती है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद उत्पादन क्षमता रखते हैं।
योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में पड़े हुए या अनुपयोगी जलाशयों, तालाबों और चौर क्षेत्रों का अधिकतम उपयोग करते हुए मत्स्य उत्पादन बढ़ाना है। इसके साथ ही यह योजना पोषण सुरक्षा की दिशा में भी एक मजबूत पहल है, क्योंकि मछली सस्ता और उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन स्रोत है। राज्य सरकार इस योजना के अंतर्गत तालाब निर्माण, जीर्णोद्धार, उच्च गुणवत्ता वाले मछली बीज, तकनीकी प्रशिक्षण, वैज्ञानिक सलाह और बाज़ार से जोड़ने तक की व्यवस्था करती है।
Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025 के लाभ
मुख्यमंत्री तालाब मत्स्यकी विकास योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को निम्नलिखित फायदे दिए जाते हैं:
- 50% से अधिक तक की सब्सिडी: नए तालाब निर्माण और पुराने तालाबों के जीर्णोद्धार पर लागत का 50% या उससे अधिक तक अनुदान दिया जाता है।
- बीज एवं चारा की आपूर्ति: सरकार की ओर से मत्स्य बीज और चारा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है।
- तकनीकी सहायता और प्रशिक्षण: किसानों को वैज्ञानिक तरीकों से मत्स्य पालन के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
- रोजगार के अवसर: ग्रामीण युवाओं को मत्स्य पालन के जरिये स्वरोजगार का अवसर मिलता है।
- बाजार संपर्क: सरकार द्वारा उत्पादित मछलियों को उचित बाजार उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की जाती है।
Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025 Subsidy 2025 में इस योजना के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली सब्सिडी निम्न प्रकार है:
कार्य | कुल लागत (रु.) | सरकारी सब्सिडी |
---|---|---|
नया तालाब निर्माण (1 हेक्टेयर) | ₹7,00,000 | ₹3,50,000 (50%) |
पुराने तालाब का नवीनीकरण | ₹3,00,000 | ₹1,50,000 (50%) |
मत्स्य बीज और चारा | लागत का 40% तक | अनुदान |
मत्स्य पालन उपकरण | लागत का 30% तक | अनुदान |
Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025 के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्न पात्रताएँ आवश्यक हैं:
- बिहार राज्य का निवासी होना चाहिए।
- आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- जिस भूमि पर तालाब बनाना है, वह आवेदक के नाम पर होनी चाहिए या लीज़ पर हो।
- SC/ST, महिला, विकलांग, BPL कार्डधारकों को प्राथमिकता।
- मछली पालन में रुचि रखने वाले बेरोजगार युवक/युवतियां।
Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025 के लिए जरूरी दस्तावेज
आवेदन करते समय निम्न दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- भूमि के कागजात (खसरा/खतियान/लीज डीड)
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- बैंक पासबुक की छाया प्रति
- BPL कार्ड (यदि लागू हो)
- मछली पालन से संबंधित कोई पूर्व अनुभव या प्रशिक्षण प्रमाण पत्र (यदि हो)
Bihar Talab Matsyaki Vikas Yojana 2025 के लिए आवेदन कैसे करें?
इस योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
Bihar Matsyaki Vikas Yojana 2025 ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- बिहार मत्स्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://fisheries.bihar.gov.in
- “योजना” सेक्शन में जाएं और “मुख्यमंत्री तालाब मत्स्यकी विकास योजना” चुनें।
- आवेदन पत्र डाउनलोड करें या ऑनलाइन फॉर्म भरें।
- सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म जमा करें और रसीद प्राप्त करें।
F&Q
प्रश्न 1: बिहार मत्स्यकी विकास योजना के तहत किन लोगों को प्राथमिकता दी जाती है?
उत्तर: इस योजना के तहत SC/ST वर्ग, महिलाओं, विकलांग व्यक्तियों, BPL कार्डधारकों और बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
प्रश्न 2: तालाब पट्टे (लीज़) पर होने की स्थिति में क्या आवेदन किया जा सकता है?
उत्तर: हां, यदि तालाब न्यूनतम 7 वर्षों के लिए लीज़ पर लिया गया है और वैध लीज़ डीड उपलब्ध है, तो आवेदन किया जा सकता है।
प्रश्न 3: इस योजना में अधिकतम कितनी सब्सिडी मिल सकती है?
उत्तर: अधिकतम सब्सिडी ₹3.5 लाख तक दी जा सकती है, जो तालाब निर्माण लागत का लगभग 50% तक होती है। SC/ST को इससे अधिक प्रतिशत की सब्सिडी मिल सकती है।
प्रश्न 4: इस योजना के तहत प्रशिक्षण कहां और कैसे मिलता है?
उत्तर: प्रशिक्षण राज्य सरकार द्वारा चिन्हित मछली पालन केंद्रों (Fisheries Training Centre) पर दिया जाता है। प्रशिक्षण की सूचना जिला मत्स्य पदाधिकारी कार्यालय या वेबसाइट पर उपलब्ध रहती है।
प्रश्न 5: आवेदन स्वीकृति के बाद अनुदान (Subsidy) कब और कैसे मिलेगा?
उत्तर: आवेदन स्वीकृति के बाद तालाब निर्माण/नवीनीकरण की स्थिति का भौतिक सत्यापन किया जाता है। कार्य पूरा होने पर अनुदान राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में DBT के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है।
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